जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं ॥१९॥ दुर्गम काज जगत के जेते । మరిన్ని వివరాలకు వాడుక నియమాలను చూడండి. हनुमान जी राम जी के अनन्य भक्त हैं. ऐसी मान्यता है की हनुमान जी अमर हैं. हनुमान जी अपने सूक्ष्म रूप में सदा विचरण करतें रहतें हैं. బుద్ధిహీన తను జానికే సుమిరౌ పవనకుమార https://knoxfolfx.blogtov.com/9863370/detailed-notes-on-hanuman-chalisa-lyrics