पान पढ़ि खिलावे, त्रिया जोरि बिसरावे, क्षीरे त्रिया तोरा साथ नहि जावे, नाग वो नागिन फेन काढ़े, तोर मुख न हित जाए वो, रे नागा, दोहाई गुरु नानक शाही का, दोहाई डाकिन का। Reply samrat saha Might thirty, 2019 me samrat I would like my one particular male Pal back https://pageupdirectory.com/listings13038684/detailed-notes-on-vashikaran-mantra